हिंदी विश्व की प्राचीनतम भाषाओं में से एक है यह भावों की भाषा है यह संवेगों की भाषा है। हिंदी भाषा का सही उच्चारण तथा स्पष्टता के साथ बोलने और अपनी बात को दमदार तरीके से प्रस्तुत करने का कौशल उत्पन्न करने तथा विद्यमान कौशल को और प्रभावी बनाने का प्रयास सिंघानिया विद्यालय के हिंदी साहित्यिक क्लब द्वारा किया जाता है। यह क्लब छात्रों को कार्यक्रम संचालन में दक्ष बनता है तथा विभिन्न गतिविधियों जैसे-कविता पाठ ,भाषण प्रतियोगिता ,आशुभाषण,
शब्द पहेली, कहानी लेखन , वाद- विवाद प्रतियोगिता आदि के लिए छात्रों को आवश्यक गुर सिखाता है।